कांग्रेस सरकार के मंत्रालय में भी मानसिक दिवालियापन, अस्पतालों में पर्ची बनाने के 10 रुपए : कश्यप

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  • भाजपा नेता सुरेश कश्यप ने स्वास्थ्य मंत्री के बयान को बताया मानसिक दिवालियापन

  • अस्पतालों में पर्ची बनाने के 10 रुपये लेने की बात पर कसा तंज

  • आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर सरकार को घेरा


Congress Mental Bankruptcy: हिमाचल प्रदेश के अस्पतालों में मरीजों से पर्ची बनाने के लिए 10 रुपये लेने की संभावना को लेकर सियासत गरमा गई है। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने इस मुद्दे पर कांग्रेस सरकार और स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के मंत्रालय में भी मानसिक दिवालियापन फैलता जा रहा है।

सुरेश कश्यप ने कहा कि राज्य सचिवालय में मीडिया से बातचीत करते हुए स्वास्थ्य मंत्री का यह बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि 10 रुपये पर्ची शुल्क लगाने से लोग पर्ची नहीं गुमाएंगे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मंत्री जी को खुद स्वास्थ्य लाभ की आवश्यकता है क्योंकि उनके बयान उनकी मानसिक स्थिति को दर्शा रहे हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि भाजपा सरकार जहां जनता को मुफ्त सेवाएं देती थी वहीं कांग्रेस सरकार मुफ्त की सुविधाओं पर शुल्क लगाने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर हिमाचल की बात करने वाली सरकार जनता की जेब पर बोझ डाल रही है।

उन्होंने आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर भी सरकार को घेरा। कश्यप ने कहा कि राज्य में 1175 आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र और 34 अस्पताल हैं, लेकिन इनकी हालत खराब है। बजट तो करोड़ों का खर्च हो रहा है, लेकिन नतीजा शून्य है। उन्होंने कहा कि पंचकर्म सेवा केंद्रों में डॉक्टर के ट्रांसफर होते ही सेवाएं बंद हो जाती हैं। उन्होंने सरकार से आयुर्वेदिक सिस्टम पर भरोसा बढ़ाने वाली नीति बनाने की मांग की।